चाँद शरमा गया कलियाँ मुरझा गई,
समंदर ठहर गया आसमां में घटा छा गई,
हम क़त्ल हो गये उनकी इक नज़र से,
आँखों में जब वो सुरमा लगा के आ गई...!!
Chaand sharma gayaa kaliyan murjha gai,
Samndar thahar gayaa aasman mein ghata chha gai,
Hum qatl ho gaye unki ik nazar se,
Aankhon mein jab woh surma lagaa ke aa gai...!!
- Article By. Dharm_Singh
1 टिप्पणियाँ
घूंघट उठा दिया उसने गली वीरान देख कर,
जवाब देंहटाएंमैं ख़ुद हैरान हो गया गली में चांद देख कर।