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Sad alone shayari 2 line...

Sad_alone_shayari_2_line


हँसती खेलती ज़िन्दगी मेरी, फिर जाने कहाँ लापता हो गई,
इक बेवफ़ा को बेइंतिहा चाहने की, जब मुझसे ख़ता हो गई !

Hansti khelti zindagi meri, fir jaane kahaan laapta ho gai,
Ik bewafa ko beintiha chahane ki, jab mujhse khata ho gai !



  • Article By. Dharm_Singh

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1 टिप्पणियाँ

  1. कुछ कह गए कुछ सह गए
    कुछ कहते कहते रह गए,

    मैं सही तुम गलत के खेल में
    न जाने कितने रिश्ते ढह गए!

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