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Char din ki zindagi shayari...

Char_din_ki_zindagi_shayari


चार दिन की ज़िन्दगी चार कंधों की मोहताज़ बनकर रह गई,
तमाम हसरतें और आरज़ू महज़ अधूरे ख़्वाब बनकर रह गई !

Chaar din ki zindagi chaar kandhon ki mohataaz bankar rah gai,
Tamaam hasraten aur aarzoo mahaz adhure khwab bankar rah gai !


  • मोहताज़ - आश्रित, अधीन, आभाव वाला
  • तमाम - सारी, कुल, समस्त, सम्पूर्ण
  • हसरत - कामना, वासना, अरमान, इच्छा, शौक़
  • आरज़ू - इच्छा, अभिलाषा, ख्वाहिश, चाहत, तमन्ना
  • महज़ - केवल, मात्र, सिर्फ, खालिस

  • Article By. Dharm_Singh

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