या मेरे मौला तू फ़क़त मुझ पर इतनी इनायत कर दे,
ज़्यादा नहीं मेरी मेहनत का फल मेरी झोली में भर दे !
Yaa mere maula too faqat mujh par itani inayat kar de,
zyada nahin meri mehnat ka fal meri jholi mein bhar de !
- फ़क़त - केवल, सिर्फ, बस इतनी
- इनायत - कृपा, दया, मेहरबानी, अनुकंपा
- Article By. Dharm_Singh
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