Advertisement

Inayat shayari...

Inayat_shayari


या मेरे मौला तू फ़क़त मुझ पर इतनी इनायत कर दे,
ज़्यादा नहीं मेरी मेहनत का फल मेरी झोली में भर दे !

Yaa mere maula too faqat mujh par itani inayat kar de,
zyada nahin meri mehnat ka fal meri jholi mein bhar de !


  • फ़क़त - केवल, सिर्फ, बस इतनी
  • इनायत - कृपा, दया, मेहरबानी, अनुकंपा

  • Article By. Dharm_Singh

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ