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Maa baap ke liye shayari...

Maa_baap_ke_liye_shayari


ना दौलत ना शोहरत ना सोहबत, और ना ही किसी की कोई ख़िदमत काम आएगी,
ज़िन्दगी में जब कोई मुश्किल मुक़ाम आयेगा, फ़क़त माँ-बाप की नेमत काम आयेगी !

Naa daulat naa shoharat naa sohabat, aur naa hee koi kisi ki khadmat kaam aayegi,
Zindagi mein jab koi mushkil muqaam aayega, faqat maa-baao ki nemat kaam aayegi !


  • शोहरत - ख्याति, प्रसिद्धि, व्यापक चर्चा
  • सोहबत - साथ, संग, संगत, आपस में उठना-बैठना
  • ख़िदमत - चाकरी, सेवा-सत्कार, ख़ातिरदारी
  • मुक़ाम - पड़ाव, स्थान, जगह, ठिकाना
  • फ़क़त - केवल, सिर्फ, बस, बस इतना
  • नेमत - आशीर्वाद, ईश्वरीय कृपा

  • Article By. Dharm_Singh

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