हर तमन्ना दिल से मेरे फ़िर ख़ुद-ब-ख़ुद रुख़सत हो गई,
मुझसे ज़्यादा उस बेमुरव्वत को जब ग़ैरों की ज़रूरत हो गई !
Har tamanna dil se mere fir khud-b-khud rukhsat ho gai,
mujhse zyada us bemuravvat ko jab gairon ki zarurat ho gai !
- तमन्ना - कामना, इच्छा, ख्वाहिश, अभिलाषा, आकांक्षा
- ख़ुद-ब-ख़ुद - अपने आप, स्वत:
- रुख़सत - विदा होने का भाव, प्रस्थान, रवानगी, मर जाना
- बेमुरव्वत - जिसमें शील संकोच न हो, बेरहम, निष्ठुर
- Article By. Dharm_Singh
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