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Sacha pyar shayari...

Sacha_pyar_shayari


आरज़ू-ए-उल्फ़त में दिल किसी की, फिर बेक़रार ही ना हुआ,
जो तुमसे हुआ, वो हमें किसी से फिर प्यार ही ना हुआ...!!

Aarzoo-e-ulfat mein dil kisi ki, fir beqarar hee naa huaa,
Jo tumse huaa, woh humen kisi se fir pyar hee naa huaa...!!


  • आरज़ू - इच्छा, कामना, अभिलाषा, तमन्ना, चाहत, खाहिश
  • उल्फ़त - प्रेम, इश्क़, प्यार, प्रीति, याराना, मित्रता
  • बेक़रार - बेचैन, अत्यंत उत्सुक, विकल, व्याकुल, आतुर

  • Article By. Dharm_Singh

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