इतने नज़राने ना देकर जाओ तुम यार, वफ़ा के बदले हमको बेवफ़ाई में,,,
शिकस्ता दिल के कुछ टुकड़े तुम भी ले जाओ, दिल बहल जायेगा तन्हाई में...!
Itne nazrane naa dekar jaao tum yaar, wafa ke badale humko bewafai mein,,,
Shiksta dil ke kuch tukde tum bhi le jaao, dil bahal jaayega tanhai mein...!!
- नज़राना - तोहफ़ा, उपहार, भेंट स्वरूप दी जाने वाली वस्तु
- शिकस्ता - टुटा हुआ, टुटा-फुटा, खंडित, शीर्ण, भंग
- Article By. Dharm_Singh
0 टिप्पणियाँ