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Sadgi shayari 2 line...

Sadgi_shayari_2_line


इतनी सादगी से दिल तोड़ा है ज़ालिम ने...,
कि इक उम्र गुज़र गई यार सबब ढूंढ़ते-ढूंढ़ते !

Itani sadgi se dil toda hai zalim ne...,
Ki ik umra guzar gai yaar sabab dhundhte-dhundhte !


  • सादगी - भोलापन, सादापन, सरलता, सीधापन
  • ज़ालिम - निर्दयी, अत्याचारी, क्रूर, कठोर हृदय, अन्यायी
  • सबब - वजह, कारण, हेतु

  • Article By. Dharm_Singh

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