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Mehfil shayari...

Mehfil_shayari


हर रोज़ महफ़िलें सजती है बेवफ़ाओं के दरबार में,,,
वफ़ादार तो अक्सर तन्हा ही मिलते हैं मयख़ाने और बार में...!!

Har roz mehfilen sajti hai bewafaon ke darbar mein,,,
Wafadar toh aksar tanhaa hee milte hain maykhaane aur baar mein...!!


  • महफ़िल - सभा, समारोह, जलसा, मजलिस, बज़्म, अंजुमन, मजमा
  • मयख़ाना - शराब खाना, मधुशाला, मदिरालय, शराब पीने का स्थान

  • Article By. Dharm_Singh

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