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Yaad shayari 2 lines...

Yaad_shayari_2_lines


हर रोज़ एक ही तमाशा बार-बार होता है,
यादों में कोई किसी की ज़ार-ज़ार रोता है !

Har roz ek hee tamasha baar-baar hota hai,
Yaadon mein koi kisi ki zaar-zaar rota hai !



  • ज़ार-ज़ार रोना - फूट-फूट कर रोना, अत्यधिक रोना, बहुत ज्यादा रोना

  • Article By. Dharm_Singh

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