साक़ी सबब ना पूँछ तू मुझसे मेरी तबाही और बर्बादी का,,,
आशियाँ अपना जलाकर घर रौशन कर दिया इक हरामज़ादी का...!!
Saaqee sabab naa poonchh too mujhse meri tabahi aur barbadi ka,,,
Aashiyan apna jalakar ghar raushan kar diya ik haramzadi ka...!!
- साक़ी - शराब पिलाने वाला व्यक्ति, शराब पिलाने वाली प्रेमिका
- सबब - कारण, वजह, हेतु, स्रोत
- हरामज़ादी - दोगली स्त्री, दुष्टा स्त्री
- Article By. Dharm_singh
0 टिप्पणियाँ