साक़ी सबब ना पूँछ तू मुझसे मेरी इस तबाही और बर्बादी का,
आशियाँ अपना जलाकर घर रौशन कर दिया इक हरामज़ादी का !
Saaqee sabab na poonchh tu mujhse meri is tabahi aur barbadi ka,
Aashiyan apna jalakar ghar raushan kar diya ik haramzadi ka !
- साक़ी - शराब पिलाने वाला व्यक्ति, शराब पिलाने वाली प्रेमिका
- सबब - कारण, वजह, हेतु, स्रोत
- हरामज़ादी - दोगली स्त्री, दुष्टा स्त्री
- Article By. Dharm_singh
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