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Muskurane wali shayari...

Muskurane_wali_shayari


"धज्जियाँ" उड़ती देखी है हमने अपनी ख़्वाहिशों की,,,
यूँही नहीं सीखा ये सलीके से मुस्कुराने का हुनर...!!

"Dhajjiyan" udati dekhi hai humne apni khwahishon ki,,,
Yunhi nahin sikhaa yeh salike se muskurane ka hunar...!!


  • ख़्वाहिश - अभिलाषा, चाह, आरज़ू, तमन्ना, अरमान, इच्छा
  • सलीका - स्वाभाविक ढंग, तरीका, शिष्टता, योग्यता, तहज़ीब
  • हुनर - कला, कौशल, गुण, योग्यता, कारीगरी, अंदाज़
 

  • Article By. Dharm_singh

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