कमज़र्फ कमबख़्त ने फ़क़त दिल ही नहीं तोड़ा है,
अच्छे-ख़ासे इन्सान को ज़िंदा लाश बनाकर छोड़ा है !
Kamzarf kambakht ne faqat dil hee nahin toda hai,
achchhe-khaase insan ko zinda laash banakar chhoda hai !
- कमज़र्फ - कुपात्र, ओछा, नीच, अयोग्य
- फ़क़त - सिर्फ़, केवल, बस इतना ही
- Article By. Dharm_Singh
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