कोई नहीं पढ़ पाया मुर्शद, मेरे पेशानी की सिकन,,,
हर शख्स मशगूल था, सजाने में अपने दिल की अंजुमन...!!
Koi nahin padh paaya murshad, mere peshani ki sikan,,,
Har shakhs mashgool tha, sajane mein apne dil ki anjuman...!!
- पेशानी - माथा, ललाट, मस्तक
- सिकन - सिलवट, सिकुड़न, झुरीं, बल
- मशगूल - व्यस्त, लगा हुआ, लीन, किसी काम में लगा हुआ
- अंजुमन - महफ़िल, जलसा, बज़्म, सभा
- Article By. Dharm_Singh
0 टिप्पणियाँ