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Kasoor shayari...

Kasoor_shayari

वो दिल के क़रीब होकर भी, नज़रों से मेरी दूर था,
उसे दिखाई न दी उल्फ़त मेरी, ये उसका कसूर था !

Voh dil ke qareeb hokar bhi, nazaron se meri door tha,
Use dikhaai na dee ulfat meri, yeh uska kasoor tha !



  • क़रीब - पास, समीप, निकट, नजदीक 
  • उल्फ़त - चाहत, मोहब्बत, प्यार, इश्क, प्रेम, चाह, स्नेह, याराना
  • कसूर - कमी, दोष, ग़लती, ख़ता, अपराध, असमर्थता, त्रुटी, भूल

  • Article By. Dharm_Singh

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