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Dua shayari...

Dua_shayari


हर दुआ और सजदा मेरा फ़िर फ़िजूल गया,
मुक़द्दर में मेरे जब ख़ुदा इशरत लिखना भूल गया !

Har dua aur sajda mera fir fijool gaya,
Muqaddar mein mere jab khuda ishrat likhna bhool gaya !



  • सजदा - घुटने या माथा टेककर या सिर झुकाकर प्रणाम करना या ईश्वरीय आराधना करना
  • फ़िजूल - व्यर्थ, बेकार, निरर्थक, बेमतलब, फालतू
  • इशरत - ख़ुशी, आनंद, मौज-मस्ती, आराम, सुख, चैन, हर्ष, ऐशो-आराम, भोग-विलास

  • Article By. Dharm_Singh

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