तेरी यादों की तासीर ने कभी चैन से सोने ना दिया,
रोना जो चाहा तो तेरे दर्द की इंतिहा ने रोने ना दिया !
Teri yaadon ki taseer ne kabhi chain se sone naa diya,
Rona jo chaaha toh tere dard ki intiha ne rone naa diya !
- तासीर - असर, प्रभाव, असर करना
- इंतिहा - इंतहा, बहुत ज़ियादा, पराकाष्ठा, अत्यधिक, चरम सीमा, आख़िरी हद
- Article By. Dharm_Singh
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