सुर्ख़ आँखों की तलब-ए-दीद में तुम अपना चेहरा ज़र्द कर जाओ,
आओ के फ़िर से मेरे दिल के हिस्से में थोड़ा और दर्द कर जाओ !
Surkh aankon ki talab-e-did mein tum apna chehra zard kar jaao,
Aao ke fir se mere dil ke hisse mein thoda aur dard kar jaao !
- सुर्ख़ - लाल, रक्त वर्ण, गहरा लाल रंग
- तलब-ए-दीद - देखने की बेचैनी, दीदार की प्यास
- ज़र्द - पीला, पीले रंग वाला
- Article By. Dharm_Singh
0 टिप्पणियाँ