Advertisement

Jism shayari...

Jism_shayari


जिस्म तो मिल ही जायेंगे तुम्हें कई बाज़ार में,
ग़र मिले रूह से रूह कहीं तो बताना हमें बेवफ़ा !

Jism toh mil hee jaayenge tumhen kai baazar mein,
Gar mile ruh se ruh kahin toh batana humen bewafa !



  • जिस्म - शरीर, देह, बदन, काया
  • रूह - आत्मा, अंत:करण, प्राण, जान, जीवात्मा

  • Article By. Dharm_Singh

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ