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Sajda shayari...

Sajda_shayari


अब उस बेवफ़ा हरजाई को हम भुलाये भी तो किस अदा से,
जिसे कभी सजदों में माँगा किया करते थे हम अपने ख़ुदा से !

Ab us bewafa harjai ko hum bhulaye bhi toh kis ada se,
Jise kabhi sajdon mein maanga karte the hum apne khuda se !


  • हरजाई - कुलता, वेश्या, रंडी, व्याभिचारिणी स्त्री
  • अदा - ढंग, तर्ज, अंदाज, हाव-भाव, नखरा, तौर-तरीका
  • सजदा - घुटने टेककर और सिर झुकाकर किया जाने वाला प्रणाम

  • Article By. Dharm_Singh

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