अब उस बेवफ़ा हरजाई को हम, भुलाये भी तो किस अदा से,
जिसे सजदों में माँगा किया करते थे हम, कभी अपने ख़ुदा से !
Ab us bewafa harjai ko hum, bhulaye bhi toh kis ada se,
Jise sajdon mein maanga kiya karte the hum, kabhi apne khuda se !
- हरजाई - कुलता, वेश्या, रंडी, व्याभिचारिणी स्त्री
- अदा - ढंग, तर्ज, अंदाज, हाव-भाव, नखरा, तौर-तरीका
- सजदा - घुटने टेककर और सिर झुकाकर किया जाने वाला प्रणाम
- Article By. Dharm_Singh
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