ज़िन्दगी का सही सबक़ तो कोई अपना ही सिखाता है हमें,
कोई बार बार दुत्कार कर, तो फ़िर कोई प्यार से पुचकार कर !
Zindagi ka sahi sabaq toh koi, apna hi sikhata hai humen,
Koi baar baar dutkar kar, toh fir koi pyar se puchkar kar !
- सबक़ - पाठ, नसीहत, हिदायत, शिक्षा, अनुभव
- दुत्कार - अपमान, तिरस्कार, डांट, फटकार, धिक्कार, लानत
- पुचकार - चुमकार, स्नेह व्यक्त करना, प्रेम से मनाना, प्यार से कहना
- Article By. Dharm_Singh
0 टिप्पणियाँ