जो "जज़्बातों" में बह जाते हैं,
वो किनारों से महरूम रह जाते हैं !
Jo "jazbaaton" mein bah jaate hain,
Voh kinaron se mahrum rah jaate hain !
- जज़्बात - भावनाएँ, ख़यालात, विचार, मन में उत्पन्न होने वाला भाव
- महरूम - वंचित, अभागा, वर्जित, रोका गया, जिसे प्राप्त न हो
- Article By. Dharm_Singh
1 टिप्पणियाँ
मैं पत्थर हूँ मेरे सिर
जवाब देंहटाएंये इल्ज़ाम आता है
आईना कहीं भी टूटे
मेरा ही नाम आता है...✍️✍️✍️