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Aah shayari...

Aah_shayari


तेरी हर याद पे दिल से मेरे "आह" फ़िर हर दफ़ा निकली,
जब तू भी किस्मत की तरहा मेरी बद और बेवफ़ा निकली !

Teri har yaad pe dil se mere "aah" fir har dafaa nikli,
Jab too bhi kismat ki tarahaa meri bad aur bewafa nikli !



  • आह - वेदना, दुःख या पीड़ा में गहरी साँस लेने या कराहने की ध्वनी
  • बद - बुरा, ख़राब, निकृष्ट, अधम

  • Article By. Dharm_Singh

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