ख़ता ख़ुद की ही थी तो फ़िर अब गिला क्या है,
मोहब्बत में किसी को दर्द के सिवा मिला क्या है !
Khata khud ki hee thi toh fir ab gila kya hai,
Mohabbat mein kisi ko dard ke siva mila kya hai !
- ख़ता - भूल, चूक, कसूर, ग़लती, जुर्म, दोष, त्रुटी, अपराध
- गिला - शिकवा, शिकायत, निंदा, उलाहना, उपालंभ
- सिवा - अलावा, अतिरिक्त, छोड़कर
- Article By. Dharm_Singh
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