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Aye zindagi shayari...

Aye_zindagi_shayari

"ए ज़िन्दगी" तू रहम ना कर, जी भर के मुझें ख़ूब रूला ले,
इससे पहले कि कहीं मौत मुझें, अपनी आग़ोश में सुला ले !

"Aye zindagi" tu raham naa kar, jee bhar ke mujhen khoob rula le,
Isase pahle ki kahin maut mujhen, apni aagosh mein sula le !



  • रहम - दया, कृपा, करुणा, अनुग्रह, अनुकम्पा, मेहरबानी, तरस, सहानुभूति
  • आग़ोश - गोद, आलिंगन, बाँहों में भरकर गले लगाने की क्रिया

  • Article By. Dharm_Singh

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