"ए ज़िन्दगी" तू रहम ना कर, जी भर के मुझें ख़ूब रूला ले,
इससे पहले कि कहीं मौत मुझें, अपनी आग़ोश में सुला ले !
"Aye zindagi" tu raham naa kar, jee bhar ke mujhen khoob rula le,
Isase pahle ki kahin maut mujhen, apni aagosh mein sula le !
- रहम - दया, कृपा, करुणा, अनुग्रह, अनुकम्पा, मेहरबानी, तरस, सहानुभूति
- आग़ोश - गोद, आलिंगन, बाँहों में भरकर गले लगाने की क्रिया
- Article By. Dharm_Singh
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