बिछड़ कर तुझसे हमने ये जाना, कि ये रातें सिर्फ़...,
चैन से सोने को ही नहीं, जी भर के रोने को भी हुआ करती है !
Bichhad kar tujhse humne yeh jaana, ki yeh raaten sirf...,
Chain se sone ko hee nahin, jee bhar ke rone ko bhi huaa karti hai !
- बिछड़ कर - जुदा होना, अलग होना, जुदाई, विरह
- चैन - सुकून, आराम, क़रार, शांति
- जी भर - जितना दिल चाहे, मन भर के
- Article By. Dharm_Singh
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