जज़्बातों की यहाँ कहाँ कदर होती है,
पत्तों का रुख़ हवाएं जिधर होती है,
और बिन कहे हाल-ए-दिल पढ़ ले...,
ऐसी कहाँ हर कोई नज़र होती है !
Jazbaton ki yahan kahan kadar hoti hai,
Patton ka rukh hawaayen jidhar hoti hai,
Aur bin kahe haal-e-dil padh le...,
Aisi kahan har koi nazar hoti hai !
- जज़्बात - भावनाएँ, ख़यालात, विचार, भावात्मक, भावुक, भाव
- कदर - सम्मान, दर्जा, अहमियत, आदर, सत्कार, इज्ज़त, मूल्य
- रुख़ - मुख, दिशा, तरफ़, पक्ष, ओर, आकृति
- हाल-ए-दिल - दिल का हाल
- नज़र - नेत्र, आँखें, निगाहें, दृष्टि, देखना
- Article By. Dharm_Singh
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