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Ishq sad shayari...

Ishq_sad_shayari


अब नहीं खेलनी मुर्शद, हमें इश्क़ की बाज़ी,
बेवफ़ाई के बग़ैर, इसमें जीत मुमकिन नहीं !

Ab nahin khelni murshad, humen ishq ki baazi,
Bewafai ke bagair, ismein jeet mumkin nahin !



  • बाज़ी - दावं, खेल, करतब, तमाशा
  • बग़ैर - बिना, रहित, सिवा, न होने की अवस्था में
  • मुमकिन - संभव, संभाव्य, होने वाला, जो हो सके 

  • Article By. Dharm_Singh

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