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Shiddat shayari...

Shiddat_shayari


शिद्दत से सजाये थे कुछ ख़्वाब, जाने कहाँ गुम हो गये,
"हम" हम ना रहे अब यार, उनके लिए महज़ तुम हो गये !

Shiddat se sajaye the kuch khwab, jaane kahan gum ho gaye,
"Hum" hum naa rahe ab yaar, unke liye mahaz tum ho gaye !



  • शिद्दत - लगन, तीव्र भावना, कठिनाई, कष्ट, गंभीरता, अधिकता, प्रबलता, उग्रता
  • ख़्वाब - सपना, स्वप्न, नींद में होना, नींद
  • महज़ - मात्र, सिर्फ़, केवल, निरा, निर्मल, खालिस

  • Article By. Dharm_Singh

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