तू कितने ही दर्द दे हम दवा समझ कर पी लेंगें,
ऐ ज़िन्दगी तुझको हम सज़ा समझ कर जी लेंगें !
Tu kitne hi dard de hum dawaa samjh kar pee lengen,
Aye zindagi tujhko hum sazaa samjh kar jee lengen !
- दर्द - पीड़ा, कष्ट, दुःख, व्यथा, तकलीफ़, यातना
- दवा - उपचार, औषधि, दवाई, उपाय, ईलाज
- सज़ा - अपराध आदि के कारण मिलने वाला दंड
- Article By. Dharm_Singh
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