इक तेरी बेरुख़ी ने मुझें जी भर के ख़ूब रुलाया है,
मौत से पहले ही तेरी यादों की चिता पे सुलाया है !
Ik teri berukhi ne mujhen jee bhar ke khoob rulaya hai,
Maut se pahale hee teri yaadon ki chitaa pe sulaya hai !
- बेरुख़ी - नाराज़गी, विमुखता, अप्रसन्नता, बेमुरव्वत, मुँह फेरना
- Article By. Dharm_Singh
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