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Bahana shayari...

Bahana_shayari


वो मेरे जज़्बातों पर कफ़न डालकर, ग़ैरों की महफ़िल में जश्न मना रहे हैं,
करके बहाना कुछ काम का, हमसे बात ना करने का बहाना बना रहे हैं !

Woh mere jazbaton par kafan dalkar, gairon ki mahfil mein jashn mana rahe hain,
Karke bahana kuch kaam kaa, humse baat naa karne kaa bahana bana rahe hain !



  • जज़्बात - भावनाएँ, विचार, ख़यालात, मनोभाव
  • कफ़न - शव वस्र, मृतचेल, शवाच्छादन, शव पर का आवरण
  • ग़ैर - अन्य, दूसरा, कोई और, पराया, बेगाना
  • महफ़िल - सभा, नाच गाने का स्थान, मजमा, अंजुमन, गोष्ठी
  • जश्न - उत्सव, जलसा, समारोह, त्यौहार
  • बहाना - टालमटोल, धोखा, फ़रेब, झूठ बोलना, टालना, छल

  • Article By. Dharm_Singh

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