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Alone sad shayari...

Alone_sad_shayari


कितना अज़ीज़ था वो शख़्स मुझें, जो बेगाना हो गया,
ख़्वाबों में भी मिले उसको हम से, इक ज़माना हो गया !

Kitna aziz tha voh shakhs mujhen, jo begana ho gaya,
Khwabon mein bhi mile usko hum se, ik zamana ho gaya !


  • अज़ीज़ - प्रिय, प्यारा, ख़ास, जिगरी, यार, महबूब, दोस्त, प्यार
  • बेगाना - ग़ैर, पराया, अनजान, अपरिचित, जिससे जान पहचान न हो
  • ख़्वाब - स्वप्न, सपना, सोने की अवस्था, नींद

  • Article By. Dharm_Singh

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