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Zindagi se pareshan shayari in hindi...

Zindagi_se_pareshan_shayari_in_hindi


ज़िन्दगी के उस मुक़ाम पे खड़े हैं,
जहाँ एक जान के सौ-सौ लफड़े हैं !

Zindagi ke us muqam pe khade hain,
Jahan ek jaan ke sau-sau lafade hain !



  • मुक़ाम - जगह, स्थान, पड़ाव, ठहरने का स्थान, अधिष्ठान, ठहराव
  • लफड़ा - झमेला, किसी बात पर होने वाली कहा-सुनी या विवाद

  • Article By. Dharm_Singh

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