क्या वफ़ा और क्या बेवफ़ा, क़िस्मत अपनी हो जब ख़फ़ा,
मुद्दई लाख कोशिशें करले, हिस्से में फ़क़त जफ़ा ही जफ़ा !
Kya wafa aur kya bewafa, kismat apni ho jab khafa,
Muddai lakh koshishen karle, hisse mein faqat jafa hi jafa !
- ख़फ़ा - नाराज़, अप्रसन्न, रूष्ट, क्रुध्द
- मुद्दई - दावेदार, फ़रियादी, न्याय माँगने वाला
- फ़क़त - केवल, सिर्फ़, बस
- जफ़ा - ज़ुल्म, सितम, ज्यादती, अन्यायपूर्ण कार्य या व्यवहार
- Article By. Dharm_Singh
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