ख़्वाहिशों पे यार यहाँ कहाँ कोई पहरा है,
जिसकी ख़्वाहिश है बस वो ही बहरा है !
Khwahishon pe yaar yahan kahan koi pahra hai,
Jiski khwahish hai bas Woh hee bahra hai !
- ख़्वाहिश - चाह, इच्छा, अभिलाषा, कामना, उत्कंठा, लालसा
- पहरा - निगरानी, चौकीदारी, सुरक्षा
- बहरा - अनसुनी करने वाला, न सुननेवाला, ध्यान न देने वाला
- Article By. Dharm_Singh
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