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Khwahish shayari...

Khwahish_shayari


ख़्वाहिशों पे यार यहाँ कहाँ कोई पहरा है,
जिसकी ख़्वाहिश है बस वो ही बहरा है !

Khwahishon pe yaar yahan kahan koi pahra hai,
Jiski khwahish hai bas Woh hee bahra hai !



  • ख़्वाहिश - चाह, इच्छा, अभिलाषा, कामना, उत्कंठा, लालसा
  • पहरा - निगरानी, चौकीदारी, सुरक्षा
  • बहरा - अनसुनी करने वाला, न सुननेवाला, ध्यान न देने वाला

  • Article By. Dharm_Singh

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