मेरे अरमानों का जनाज़ा, कुछ इस क़दर निकला...,
जिसको हमदर्द समझा, वो ही दर्द-ए-जिगर निकला !
Mere armaanon ka janaza, kuch is qadar nikla...,
Jisko humdard samjhaa, voh hee dard-e-jigar nikla !
- अरमान - इच्छा, कामना, लालसा, ख्वाहिश
- जनाज़ा - ताबूत, अर्थी, लाश, शव यात्रा, मुर्दा
- हमदर्द - दुःख में साथ देने वाला, दुःख का साथी
- दर्द-ए-जिगर - दिल का दर्द, पीड़ा, सदमा, बे-चैनी
- Article By. Dharm_Singh
0 टिप्पणियाँ