मेरी कश्ती बस इक, तेरे सहारे है भोलेनाथ,
अब चाहे पार लगा, या मार भँवर उसे लात !
Meri kashti bas ik, tere sahare hai bholenath,
Ab chahe par laga, ya mar bhanwanr use laat !
- कश्ती - नाव, नौका, नैया, तरणी, डोंगी
- भँवर - जलावर्त, भौंरा, आवर्त, घुमरी, संकटावस्था
- Article By. Dharm_Singh
0 टिप्पणियाँ