ये हिज़्र की लम्बी रातें, और तेरी झूठी बातें,
ना सही जाती है, ना किसी से कही जाती है !!
Ye hizr ki lambi raaten, aur teri jhoothi baaten,
Naa sahi jaati hai, naa kisi se kahi jaati hai !!
- हिज़्र - जुदाई, विछोह, वियोग, विरह, जुदा, बिछड़ना, अलग होना
- Article By. Dharm_Singh
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