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Chahat shayari in hindi...

Chahat_shayari_in_hindi


चाहत ना रही बेवफ़ा मुझें अब कोई नूरे-सहर की,
ये रूह तलबगार है तो फ़क़त दो क़तरे ज़हर की !

Chahat naa rahi bewafa mujhen ab koi noore-sahar ki,
Yeh rooh talabgar hai toh faqat do qatare zahar ki !



  • चाहत - चाह, इच्छा, कामना, अभिलाषा, पाने की इच्छा
  • नूरे-सहर - सुबह की रौशनी
  • तलबगार -इच्छुक, अभिलाषी, चाहने वाला, माँगने वाला
  • फ़क़त - केवल, सिर्फ़, बस, बस इतना
  • क़तरा - बूंद

  • Article By. Dharm_Singh

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