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Kismat shayari...

Kismat_shayari


वाह रे मेरे ख़ुदा, मुझ बदनसीब पर क्या ख़ूब इनायत की है,
क़िस्मत में तन्हाई लिखकर, दिल में बेइंतिहा मोहब्बत दी है !

Waah re mere khuda, mujh badnaseeb par kya khoob inayat ki hai,
Kismat mein tamhai likhkar, dil mein beintiha mohabbat di hai !


  • बदनसीब - बदकिस्मत, अभागा, दुर्भाग्य वाला, भाग्यहीन, बुरी क़िस्मत वाला
  • इनायत - दया, कृपा, मेहरबानी, उपकार, अनुकंपा
  • क़िस्मत - तक़दीर, भाग्य, नसीब, मुक़द्दर
  • तन्हाई - अकेलापन, एकांत, एकाकीपन, जुदाई, तन्हा होने की अवस्था
  • बेइंतिहा - अनंत, असीम, बेशुमार, बेहद, असंख्य, अपार, बेहिसाब


  • Article By. Dharm_Singh

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