ग़ैरों की अंजुमन में हम खामखाँ ख़ुद को ख़ास समझ बैठे,
आईने में अक्स देखा तो महताब को अपने पास समझ बैठे !
Gairon ki anjuman mein hum khamkhan khud ko khaas samjh baithe,
Aaine mein aks dekhaa toh mahtab ko apne paas samjh baithe !
- ग़ैर - अन्य, दूसरा, कोई और, पराया, बेगाना, अनजाना
- अंजुमन - महफ़िल, सभा, गोष्ठी, कमेटी, समिति
- खामखाँ - व्यर्थ ही, बिना कारण, बिना आवश्यकता के
- ख़ास - विशेष, विशिष्ट
- अक्स - परछाई, छाया, चित्र, प्रतिबिम्ब, तस्वीर, साया, कापी
- महताब - चाँद, चन्द्रमा
- Article By. Dharm_Singh
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