रुख़सत हो जाऊं उसकी यादों से, ऐसी कोई तदबीर नहीं,
वो मिले मुझकों ज़माने को छोड़कर, ऐसी मेरी तक़दीर नहीं !
Rukhsat ho jaun uski yaadon se, aisi koi tadbeer nahin,
Voh mile mujhkon zamane ko chhodka,r aisi meri taqdeer nahin !
- रुख़सत - बिछड़ जाना, विदा होने का भाव, प्रस्थान किया हुआ, जुदा हो जाना, विदा हो जाना, मर जाना, चले जाना
- तदबीर - युक्ति, उपाय, तरकीब, समाधान, हल, प्रयास
- तक़दीर - भाग्य, क़िस्मत, नसीब, मुक्कदर,संयोग, प्रारब्ध
- Article By. Dharm_Singh
0 टिप्पणियाँ