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Hale dil shayari...

Hale_dil_shayari


होकर जुदा तुमसे अब कैसे रह पाऊंगा,
तेरे हिज़्र का ग़म तन्हा कैसे सह पाऊंगा,
ग़र पूंछेगा ज़माना मेरी खैरियत तो बेवफ़ा,
उन्हें अपना हाल-ए-दिल कैसे कह पाऊंगा !

Hokar judaa tumse ab kaise rah paaunga,
Tere hizr kaa gum tanha kaise sah paaunga,
Gar poonchhega zamana meri khairiyat toh bewafa,
Unhen apna haal-e-dil kaise kah paaunga !



  • जुदा - अलग, पृथक, भिन्न, बिछड़ना
  • हिज़्र - वियोग, जुदाई, विछोह
  • तन्हा - अकेला, एकाकी, जिसके साथ कोई न हो
  • खैरियत - कुशलक्षेम, सलामती, हाल-चाल
  • हाल-ए-दिल - दिल का हाल 

  • Article By. Dharm_Singh

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