बड़ा ग़ुरूर था इक दरख़्त के पत्तो को अपनी शान-ओ-शौक़त पर,
रुत बदली और हवा चली तो पत्ते फड़फड़ाते नज़र आये चौखट पर !
Bada gurur tha ik darkht ke patto ko apni shaan-o-shauqat par,
Rut badli aur hawaa chali toh fadfadate nazar aaye chaukhat par !
- ग़ुरूर - गुमान, गुमां, अभिमान, घमंड, अहंकार, भाव
- दरख़्त - पेड़, वृक्ष, शजर, पादप, द्रुम
- शान-ओ-शौक़त - ठाठ-बाठ, तड़क-भड़क, गौरव, बल, शक्ति, ताकत
- रुत - ऋतु, मौसम
- चौखट - दरवाज़ा, दहलीज़, दर
- Article By. Dharm_Singh
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