ए ख़ुदा तू थोड़ा और इज़ाफ़ा कर मेरे रंज-औ-ग़म में...,
मेरे दुश्मनों के चेहरों पर ये उदासियाँ अच्छी नहीं लगती !
Aye khuda too thoda aur izafa kar mere ranj-o-gum mein...,
Mere dushmnon ke cheharon par yeh udasiyan achchhi nahin lagti !
- इज़ाफ़ा - वृद्धि, बढ़ोतरी, उन्नति, तरक्की, बढ़त
- रंज-औ-ग़म - मुसीबतें, कष्टसमूह, दुःख, पीड़ा
- Article By. Dharm_Singh
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