कैसे यक़ीं करूँ मैं, किसी के इक़रार पर,
ज़ख्म ही ज़ख्म लगे हैं, मेरे ऐतबार पर !
Kaise yaqeen karun main, kisi ke iqarar par,
Zakhm hi zakhm lage hain, mere aitbar par !
- यक़ीं - विश्वास, प्रतीति, भरोसा, धारणा, ऐतबार
- इक़रार - वचन, वादा, अनुबंध, स्वीकार करना
- ज़ख़्म - घाव, चोट, मानसिक ठेस, क्षत, फोड़ा
- ऐतबार - भरोसा, यक़ीन, विश्वास
- Article By. Dharm_Singh
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