हसरत ही नहीं आरज़ू भी थी, कि मोहब्बत में हम हद से गुज़र जाएंगे,
अफ़सोस... कभी सोचा ही न था, बेवफ़ाई लिखते-लिखते ख़ुद ही गुज़र जायेंगे !
Hasrat hee nahin aarzoo bhee thi, ki mohabbat mein hum had se guzar jayenge,
Afsos... kabhi sochaa hee na tha, bewafai likhate-likhate khud hee guzar jayenge !
- हसरत - कामना, वासना, अभिलाषा, लालसा, इच्छा, चाह, दिली ख़्वाहिश, अरमान
- आरज़ू - चाहत, तमन्ना, वांछा, इश्तियाक़, ख़ाहिश, मुराद, आशा, उम्मीद
- हद - सीमा, किनारा, मर्यादा, पराकाष्ठा
- अफ़सोस - दुःख, खेद, ग़म, रंज, शोक, सदमा, निराशा, पछतावा, पश्चाताप
- बेवफ़ाई - कृतघ्नता, बैमुरौवती, धोखा, विश्वासघाती, निष्ठाहीनता, बेऐतबारी
- Article By. Dharm_Singh
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