मेरी इस बेरंग ज़िन्दगी में, अब कोई रंग बाक़ी न रहा,
उस मयक़दे से हमें क्या लेना, जहाँ कोई साक़ी न रहा !
Meri is berang zindagi mein, ab koi rang baqee na raha,
Us mayaqade se humen kya lena, jahan koi saqee na raha !
- बेरंग - रंगहीन, बदरंग, जिसका कोई रंग न हो, बिना किसी रंग
- मयक़दे - मयकदा, मदिरालय, शराब पीने की जगह, शराब खाना
- साक़ी - शराब पिलाने वाला या पिलाने वाली
- Article By. Dharm_Singh
0 टिप्पणियाँ